देवास-:
देश में यदि सबसे अधिक बच्चों को नुकसान पहुंचा रहा है तो वह ऑनलाइन गेम है कहीं बच्चे गेम के कारण अवसाद के शिकार हो गए हैं तो कहीं मानसिक रूप से चिड़चिड़े होकर घर परिवार में कलह उत्पन्न कर रहे हैं लेकिन इन सबके बीच सबसे दुखद पहलू यह है कि कहीं-कहीं इस तरह के गेम के कारण उनकी जान भी चली जा रही है ऐसा ही एक ताजा मामला यहां सामने आया जब मध्य प्रदेश के देवास जिले में पबजी खेलते-खेलते एक बच्चे की जान चली गई. गेम खेलते वक्त उसके मुंह से अचानक चीख निकली और वह वहीं बेसुध हो गया.
अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उस मृत घोषित कर दिया. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है. घटना जिले के अमौना शांति नगर में रविवार दोपहर घटी.
जानकारी के मुताबिक, 19 साल का दीपक राठौर पैर से दिव्यांग था. हाल ही में उसने योगिता बालमंदिर स्कूल से 10वीं की परीक्षा पास कर 11वीं में एडमिशन लिया. रविवार दोपहर भी वह रोज की तरह पबजी खेल रहा था. इस बीच वह जोर से चीखा. उस वक्त केवल उसकी भांजी ही घर पर थी. उसने आसपास के लोगों को बुलाया और अस्पताल ले गए. लेकिन, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
मरने से कुछ मिनट पहले हुई भांजी से बात
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अज्ञात कारणों को लेकर मामला दर्ज किया. पोस्टमॉर्टम के बाद सोमवार सुबह शव परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस अधिकारी का कहना है कि मृतक की विसरा रिपोर्ट के आने के बाद ही स्थित स्पष्ट हो सकेगी. रिपोर्ट भोपाल भेजी जाएगी. परिजनों ने पुलिस को बताया कि दीपक पबजी का शौकीन था. हर वक्त खेलता था. हादसे के वक्त उसकी मां काम पर गई थी. घर के बाकी सदस्य किसी दूसरे कामों में व्यस्त थे. जिस वक्त दीपक की मौत हुई, उससे कुछ ही मिनट पहले भांजी ने दीपक से दूध लाने को कहा था.
परिजनों ने पुलिस को बताया का दीपक परिवार में सबसे छोटा बेटा था. उसका एक बड़ा भाई श्माम राठौर तेल पैकिंग कंपनी में काम करता है. उसकी दो बहनों की शादी हो चुकी है, जबकि एक अभी अविवाहित है. दीपक की मां धागा कंपनी में काम करती है. दीपक के पिता का 5 साल पहले निधन हो चुका है.