चम्पावत
कोरोना वायरस फैलने की खबर के बाद से ही लोगों ने अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया। लेकिन लॉकडाउन के बाद कई लोग रास्ते में ही फंस गए और अपने घरों को नहीं पहुंच पाए। चम्पावत एवं पिथौरागढ जिले के दिल्ली में फंसे कई यात्रियों में से 21 यात्री शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। जहां जिला चिकित्सालय में यात्रियों की स्क्रीनिंग/जांच की गई।
चम्पावत पहुंचे यात्री दिल्ली, गोवा, केरल आदि राज्यों में होटल लाइन आदि में कार्य करते हैं। जांच में फिलहाल किसी में भी कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं मिला। फिलहाल के लिए सभी को संस्थागत कोरनटाइन में रखा जा रहा है।
कोरोना वायरस के तेजी से फैलने की खबर के बाद से ही दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए गए एवं रोजगार करने वाले लोग वापस लौट रहे हैं। लॉकडाउन के बाद अपने घरों को लौट रहे कई लोग दिल्ली में फंस गए थे। जिनमें से 21 लोगों को दिल्ली सरकार की मदद से गुरूवार को स्क्रीनिंग के बाद रोडवेज बस से टनकपुर भेजा गया। रास्ते में कई स्थानों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। टनकपुर में भी सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग के बाद चम्पावत व पिथौरागढ़ के लोगों को टनकपुर डिपो की बस संख्या यूके07 पीए 4297 से चम्पावत भेजा गया। जहां जिला चिकित्सालय में बस में सवार 21 यात्री, 1 चालक, 1 परिचालक व 1 रोडवेज स्टॉफ का कोरोना वायरस का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इन यात्रियों में केरल से आने वाले 11, गोवा से आने वाले 5, दिल्ली से आने वाले 3, महाराष्ट्र से 1, पूना से 1 तथा टनकपुर से आने वाले 3 लोग बस स्टॉप सहित शामिल हैं। यात्रियों में 5 लोग पिथौरागढ़ जनपद के तथा अन्य चम्पावत जनपद के हैं।
सीएमएस आरके जोशी ने बताया जांच में अभी तक किसी में भी कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि यात्री केरल, दिल्ली, गोवा आदि राज्यों से चम्पावत पहुंचे हैं। इसे दृष्टिगत रखते हुए सभी को मुख्यालय में बानाए गए कोरनटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया स्वास्थ्य विभाग की एक टीम इन सभी लोगों का प्रतिदिन स्वास्थ्य जांच करेंगी। तहसीलादर ज्योति धपवाल ने बताया कि पिथौरागढ़ के पांचों लोगों को उसी बस से पिथौरागढ के लिए भेज दिया ।