नई दिल्ली।
जाने-माने आर्य समाज के नेता, स्वामी अग्निवेश ने आज नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बायिलरी साइंसेज में अंतिम सांस ली। वह मल्टीपल फेल्योर के कारण मंगलवार से लिवर सिरोसिस से पीड़ित था और गंभीर रूप से बीमार थे और वेंटिलेटरी सपोर्ट पर था। शुक्रवार 11 सितंबर को उनकी हालत बिगड़ गई और वह 6:00 बजे कार्डियक अरेस्ट में चले गए। उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन शुक्रवार शाम 6:30 बजे उनका निधन हो गया।
21 सितंबर, 1939 को स्वामी अग्निवेश का जन्म आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनका मूल नाम उनका मूल नाम वेपा श्यामा राव था।
मल्टि ऑर्गन फेल्योर के कारण गंभीर हुई थी हालत
लिवर सिरोसिस से पीड़ित अग्निवेश को कई प्रमुख अंगों ने काम करना बंद कर दिया तो मंगलवार से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों की एक टीम उनकी हालत पर नजर रख रही थी, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री भी रह चुके थे स्वामी अग्निवेश
21 सितंबर, 1939 को जन्मे स्वामी अग्निवेश सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाने जाते थे। 1970 में आर्य सभा नाम की राजनीतिक पार्टी बनाई थी। 1977 में वह हरियाणा विधानसभा में विधायक चुने गए और हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे। 1981 में उन्होंने बंधुआ मुक्ति मोर्चा नाम के संगठन की स्थापना की।
अन्ना हजारे के आंदोलन से लेकर बिग बॉस के घर तक का सफर स्वामी अग्निवेश ने 2011 में अन्ना हजारे की अगुवाई वाले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। हालांकि, बाद में मतभेदों के चलते वह इस आंदोलन से दूर हो गए थे। स्वामी अग्निवेश ने रियलिटी शो बिग बॉस में भी हिस्सा लिया था। वह 8 से 11 नवंबर के दौरान तीन दिन के लिए बिग बॉस के घर में भी रहे।