देहरादून
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वदेश दर्शन हेरिटेज सर्किट योजना के तहत पौराणिक महत्व के मंदिरों को भी इस योजना से जोड़ने का निर्णय लिया है जिससे उत्तराखंड मे रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे वही पलायन को भी रोकने में सफलता मिलेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि स्वदेश दर्शन हेरिटेज सर्किट योजना के तहत अल्मोड़ा जनपद के कटारमल एवं जागेश्वर धाम को पर्यटन विकास की इस योजना से जोड कर इसका विकास किया जा रहा है श्री रावत ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं जिससे स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान होंगे तथा तथा पलायन को रोकने में या कदम कारगर साबित होगा उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है तथा पर्यटन क्षेत्र की अनेक योजनाओं पर काम कर रही है।
कटार मल सूर्य मन्दिर है। यह पूर्वाभिमुखी है तथा उत्तराखण्ड राज्य में अल्मोड़ा जिले के अधेली सुनार नामक गॉंव में स्थित है। इसका निर्माण कत्यूरी राजवंश के तत्कालीन शासक कटारमल के द्वारा छठीं से नवीं शताब्दी में हुआ था।