नई दिल्ली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल का निधन हो गया है. 71 साल के अहमद पटेल एक महीना पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. इसके बाद उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका. अहमद पटेल 15 नवंबर से आईसीयू में भर्ती थे।
गुजरात के भरूच के रहने वाले अहमद पटेल अक्टूबर में कोरोना संक्रमित थे। जिसके बाद से उनका वेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। बीती रात करीब साढ़े 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जाता है कि पिछले एक हफ्ते से उनकी हालत में सुधार हो रहा था, लेकिन अचानक ही उनके ऑर्गन्स ने काम करना बंद कर दिया। पटेल के मौत की खबर उनके बेटे ट्वीट के जरिये दी। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके शोक जताया है।

अहमद पटेल भारत के वरिष्ठ सदन राज्यसभा के सदस्य और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। वह 2001 से कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार थे। 2004 और 2009 में हुए स्थानीय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन का श्रेय भी काफी हद तक इन्हें ही दिया जाता था
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी कितना ही गुस्सा हो कर जाए अहमद पटेल में यह क्षमता थी वे उसे संतुष्ट कर ही भेजते थे. मीडिया से दूर, पर कांग्रेस के हर फैसले में शामिल. कड़वी बात भी बेहद मीठे शब्दों में कहना उनसे सीख सकता था. कांग्रेस पार्टी उनका योगदान कभी भी नहीं भुला सकती. अहमद भाई अमर रहें.
गुजरात कांग्रेस के नेता अर्जुन मोढ़वाडिया ने अहमद पटेल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है.अर्जुन मोढ़वाडिया ने कहा है कि वे इस खबर को सुनकर बेहद दुखी हैं, आज भारत माता ने अपना बेटा खो दिया, हम लोगों ने अपने प्रिय दोस्त, दार्शनिक और पथ प्रदर्शक को खो दिया है. अर्जुन मोढ़वाडिया ने कहा कि अहमद पटेल मेरे लिए हमेशा से रास्ता दिखाने वाले बनें रहेंगे.




