पिथौरागढ़,
विगत 18 जुलाई की रात्रि में तहसील मुन्स्यारी व बंगापानी क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित होने के साथ ही विभिन्न सड़क मार्ग बन्द हो गए, तेज वर्षा से स्थानीय विभिन्न व्यक्तियों के घरों में वर्षात का पानी जाने के कारण घरों को खतरा होने की संभावना आदि को देखते हुए प्रशाशन द्वारा तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करते हुए क्षेत्र के कुल 5 मकानों में रह रहे सभी परिवारों को सुरक्षित स्थान में रात्रि में ही शिफ्ट कराया गया। तहसीलदार मुन्स्यारी के नेतृत्व में रात्रि में ही मुनस्यारी व मदकोट क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग की जेसीबी के माध्यम से विभिन्न स्थानों में मकानों व बस्तियों में जा रहे मलवे को हटाया गया। जिससे नुकसान को कम कराया गया। थानाध्यक्ष मुन्स्यारी के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा भी रात्रि में ही मौके पर उपस्थित होकर राहत एवं बचाव कार्य कराए गए।
तहसील मुन्स्यारी,तेजम एवं बंगापानी क्षेत्रान्तर्गत विगत 24 घंटे में हुई भारी वर्षा से हुई क्षति के आंकलन एवं राहत,पुनर्निर्माण आदि कार्यो के सम्बन्ध में जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे द्वारा रविवार को प्रातः जिला कार्यालय सभागार में आई आर एस के अधिकारियों के साथ बैठक कर तत्काल प्रभावित क्षेत्र में राहत आदि कार्य करने के निर्देश विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिए। उन्होंने क्षेत्र में भारी वर्षा से हुए नुकशान के आंकलन हेतु दो टीमों का गठन कर उन्हें क्षेत्र में जाकर क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट सोमवार 20 जुलाई की सायं तक देने के निर्देश दिए।
थल-नाचनी-तेजम- मुन्स्यारी क्षेत्र हेतु अपर जिलाधिकारी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग व जल संस्थान डीडीहाट की तथा धारचूला-जौलजीबी-बंगापानी क्षेत्र हेतु उप जिलाधिकारी धारचूला, उप खण्ड अधिकारी लोनिवि तथा सहायक अभियंता जल संस्थान डीडीहाट को बनाया गया है। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि वह मुन्स्यारी में कैम्प कर राहत बचाव,पुनर्निर्माण कार्यों को विभागों के माध्यम से करवाए जाने के साथ ही आपदा प्रभावितों की समस्याएं भी सुनेंगे। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी मुन्स्यारी व धारचूला को तत्काल प्रभावितों को राहत राशि,सामग्री वितरण के साथ ही राजस्व विभाग के माध्यम से समुचित कार्यवाही कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान व पेयजल निगम डीडीहाट को निर्देश दिए हैं,कि भारी वर्षा से जो 17 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, उन सभी योजनाओं में 24 घंटे के भीतर वैकल्पिक रूप से पेयजल ब्यवस्था सुनिश्चित करें। तथा एक सप्ताह के भीतर मरम्मत का प्रस्ताव तैयार कर निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करेंगे। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि आपदा प्रभावित क्षेत्र के सभी गांवों में आशा एवं ए एन एम उपस्थित रह कर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने लोक *निर्माण विभाग,पी एम जी एस वाई एवं बी आर ओ को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए बन्द सड़क मार्ग, पुलिया आदि को शीघ्र खोलते हुए तत्काल यातायात ब्यवस्था बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून काल में भविष्य के मद्देनजर भी संवेदनशील सड़क मार्ग स्थलों में आवश्यकतानुसार जेसीबी व अन्य मशीनों को पूर्व से ही तैयार रखे रहें। अधीक्षण अभियंता विद्युत ने अवगत कराया कि भारी वर्षा से क्षेत्र में कुल 37 गांवों में विद्युत ब्यवस्था प्रभावित हो गई थी रविवार के अपराह्न तक 20 गांवों में विद्युत ब्यवस्था बहाल कर दी गई है।विभाग की टीम क्षेत्र में कार्य कर रही है शीघ्र ही रिस्टोरेशन का कार्य पूर्ण हो जाएगा। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिए हैं कि नदी क्षेत्रान्तर्गत जिन क्षेत्रों में बसावट हैं उन क्षेत्रों में नदी किनारे सुरक्षा की दृष्टि से वायर क्रेट्स का पूर्व से स्टॉक रखते हुए सभी तैयारियां पूर्ण रखी जाय। जिला पूर्ति अधिकारी ने अवगत कराया कि क्षेत्र में खाद्यान्न का वितरण आगामी सितम्बर मांह तक कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने पूर्ति विभाग को आपदा की द्रष्टगत अग्रिम रूप से खाद्यान्न पैकेट तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं,ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल प्रभावितों में वितरित किया जा सके। जिलाधिकारी द्वारा तहसील बंगापानी व मुन्स्यारी क्षेत्र का निरीक्षण कर नुकशान का जायजा लिया जा रहा है।