रामलला विराजमान अब सरकारी दस्तावेज में 2.77 एकड़ भूमि के मालिक बन गए हैं। जिला प्रशासन ने राजस्व रिकॉर्ड में गाटा संख्या 159, 160, नजूल गाटा संख्या 583 में रामलला विराजमान को भूमि के स्वामी के तौर पर दर्ज कर लिया गया है। इसी बीच केंद्र सरकार ने जिस 70 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया था, वह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नाम पहले ही ट्रांसफर हो चुकी है। इसे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम दर्ज किया गया है।
अयोध्या मे पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान राम के भव्य मंदिर की नींव रखेंगे। इससे पहले रामलला विराजमान अब सरकारी दस्तावेज में 2.77 एकड़ भूमि के मालिक बन गए हैं। जिला प्रशासन ने भूमि रामलला विराजमान के नाम से सरकारी दस्तावेजों में दर्ज कर दी है। वहीं, भूमि पूजन में शामिल होने के लिए 175 लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। सोमवार को बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से निमंत्रण सौंपा गया। इसके अलावा यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी आमंत्रित किया गया है।
इकबाल अंसारी ने कहा- यह धार्मिक नगरी है। यहां गंगा-जमुनी तहजीब कायम है। यहां कण-कण में देवता वास करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से सभी विवाद खत्म हो गए। देश के संविधान पर सभी मुस्लिमों को भरोसा है। मुझे निमंत्रण मिला तो जरूर जाऊंगा। मैं पीएम मोदी को राम चरित मानस भेंट करूंगा।