रामनगर
अब राजाजी नेशनल पार्क में
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के बाघ और बाघिन अपना कुनबा बढ़ाएंगे जिसके लिए राज्य सरकार ने पहली बार टाइगर रीलोकेशन कार्यक्रम चलाया है भारत में बाघों के संरक्षण के प्रति हो रहे काम को देखकर अन्य देश के लोग इसकी प्रेरणा लेंगे। तहत बीते दिनों कॉर्बेट नेशनल पार्क से पहली बाघिन को राजाजी नेशनल पार्क में रीलोकेशन करने के बाद कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन ने बीते देर रात कार्बेट के झिरना रेंज से बाघ को ट्रैंकुलाइज किया, एवं स्वास्थ्य जांच के बाद रेडियो कॉलर फिट कर उसे राजाजी नेशनल पार्क के लिए रवाना किया । जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन छह दिन से वयस्क बाघ की तलाश में जुटा हुआ था, जिसमें ड्रोन की भी मदद ली गई।
गौरतलब हो कि 5 बाघों को राजाजी नेशनल पार्क में शिफ्ट किया जाना है, लेकिन शुरुआत में दो बाघों की परमिशन दी गई है।बीते दिनों पहली बाघिन को ट्रैंकुलाइज कर कॉर्बेट से राजाजी नेशनल पार्क शिफ्ट कर दिया गया था। वहीं बीते देर रात जिम कॉर्बेट नेशनल प्रशासन ने बाघ को ट्रैंकुलाइज किया, जिसके बाद उसे राजाजी नेशनल पार्क भेजा गया।बाघ को राजाजी नेशनल पार्क में शिफ्ट करने के लिए उसे ट्रैंकुलाइज कर उसे सुरक्षित रखा गया में है इसके बाद एक एंबुलेंस के जरिए राजाजी के लिए रवाना किया गया।
बता दें कि राजाजी में एक बड़ा क्षेत्र बाघों के लिहाज से अनुकूल माना जाता है और यहां पर महज दो बाघिन होने के चलते दूसरे कुछ बाघों को यहां लाकर राजाजी में बाघों की संख्या बढ़ाने का कार्यक्रम है। इसी को लेकर राजाजी में एक बड़ा बाड़ा भी तैयार किया गया है, जहां पर इस बाघिन को करीब 4 दिनों तक रखा जाएगा।बाघिन को मेडिकल रूप से पूरी तरह फिट पाए जाने के बाद इसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। कुल मिलाकर पहली बार जिम कार्बेट नेशनल पार्क मैं टाइगर रीलोकेशन कार्यक्रम के तहत पैनी नजर रखी जा रही है ।।