अल्मोड़ा

बड़ी खबर–:भारत में भी हो अमरीकी तर्ज पर ग्रीनहाउस खेती, सेंसर तकनीकी है महत्वपूर्ण, -डा. नेमाली।

आधुनिक ग्रीनहाउस खेती के लिए सेंसर तकनीकी है महत्वपूर्ण-डा. नेमाली।

पंतनगर

विश्वविद्यालय में संचालित राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अन्तर्गत अमेरिकी पडर्चू विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक, डा. कृष्णा नेमाली का ग्रीनहाउस तकनीक विषय पर व्याख्यान सत्र का ऑनलाइन आयोजन किया गया। डा. नेमाली ने बताया कि ग्रीनहाउस तकनीक में बहुत अधिक निवेष की आवश्यकता है परन्तु सेन्सर तकनीक के माध्यम से इसे अधिक गुणवत्तायुक्त एवं आय संवर्धक बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अमेरिका में फूल उत्पादन के लिए विषेष साॅफ्टवेयरों को उपयोग में लाया जा रहा है, जिनके माध्यम से व्यक्ति ग्रीनहाउस में पौधों की देख-रेख कर सकता है और अधिक मुनाफा भी प्राप्त कर सकता है। मैटलैब नामक साॅफ्टवेयर को इस्तेमाल करते हुए उन्होंने सबको यह बताया कि सेंन्सर तकनीक के माध्यम से ग्रीनहाउस में खेती के ऐसे पैमानों को भी आसानी से मापा जा सकता है, जिनकी आमतौर पर गणना करने में अधिक मेहनत की आवश्यकता पड़ती है। डा. नेमाली ने अपने अनुभावों का साझा किया और स्मार्ट फोन सेंसर के माध्यम से अंकुरण प्रतिशत, पौधों का विकास, लम्बाई, चौड़ाई, फूलों की संख्या, रंग एवं गुणवत्ता, पौधे में नाइट्रोजन तनाव और अन्य अनेकों बायोकेमिकल कारकों के कारण होने वाले प्रभावों को मापने की तकनीक के बारे में भी बताया।
नोडल अधिकारी, अकादमिक, डा. एस.के. गुरू, ने बताया कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को हार्टिकल्चर की आधुनिक तकनीकों से अवगत कराने के उद्देष्य हेतु आयोजित किया गया था। सत्र में उपस्थित विद्यार्थियों ने भी डा. नेमाली से संबंधित विषयों पर प्रश्न पूछे। इस कार्यक्रम के आयोजन में समन्वयक, कृषि महाविद्यालय के विभागध्यक्ष, बागवानी, डा. डी.सी. डिमरी, प्राध्यापक, डा. रंजन श्रीवास्तव, डा. रत्ना राय, डा. अजीत कपूर, डा. वी.पी. सिंह, एवं डा. वी.के. राव आदि थे। इस कार्यक्रम में 63 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

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