खटीमा।
खटीमा मे एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है पुलिस ने बंद पुरानी करेंसी के बदले नए करेंसी देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 5 लोगों को पकड़ा है वे लोग बड़ी चालाकी के साथ भोले भाले लोगों को झांसे में लेकर लोगों को ठगते थे । पकड़े गए शातिर जालसाज विभिन्न राज्यों के निवासी हैं।
शुक्रवार को खटीमा पुलिस ने पुरानी करेंसी बदलने के नाम पर जालसाजी करने वाले विभिन्न प्रदेशों के निवासी पांच जालसाजों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए जालसाजो के पास पुलिस ने कूट रचित नोटों की गड्डियां व 22 हजार रूपये के पुरानी बंद हो चुके नोट भी बरामद हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह पांच जालसाजों का गिरोह नेपाल बॉर्डर से सटे क्षेत्रों टनकपुर , बनबसा ,खटीमा के भोले भाले ग्रामीणों को विगत 2016 में बंद हो चुके भारतीय नोटो को नेपाल में चलन में बताकर उन्हें पुराने नोट जिनमे गड्डी में आगे पीछे सही नोट बीच में कागज के टुकड़े लगे होते है देकर उनसे नए नोट ठगी करते थे। पांचो जालसाज प्रफुल्ल कुमार, मुकेश निवासी बरेली यूपी, शशि कुमार निवासी राजस्थान, कर्मवीर सिंह निवासी हरियाणा और दीपक कुमार निवासी गाजियाबाद यूपी के रहने वाले हैं। पुलिस ने जालसाजों के विरुद्ध आईपीसी की 420, 467,468 सहित विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।
खटीमा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संजय पाठक ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में दो कारों में कुछ लोग संदिग्ध अवस्था में घूम रहे हैं जो पुरानी बंद हो चुकी भारतीय मुद्रा को नई मुद्रा से बदल रहे हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच जालसाजो को गिरफ्तार किया। पुलिस की इस कार्रवाई की क्षेत्र के तमाम लोगों ने सराहना की है।




