उत्तराखण्ड

बड़ी खबर–: पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर तेज प्रताप सिंह ने खेत में धान की रोपाई कर किया खरीफ रोपाई सत्र का शुभारंभ।

कुलपति ने किया धान रोपाई का शुभारम्भ।

पंतनगर।
पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर तेज प्रताप सिंह ने अपने कार्यालय से फील्ड में निकलकर एक बड़ी नजीर पेश की जो लोग कार्यालय में ही सिमट कर रह जाते थे उनके लिए यह सबक ही है बीते रोज उन्होंने खेत में उतर कर धान की रोपाई सत्र का शुभारंभ किया इसके​ साथ क्षेत्र में खरीफ फसल का पौध रोपित सिलसिला प्रारंभ हो गया।
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि कोरोना काल में सभी श्रमिक सरकार द्वारा निर्देशित मानकों का पालन करते हुए देश की इस विपरीत परिस्थितियों में श्रम के माध्यम से इस पर विजय पाने में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। इस अवसर पर निदेशक शोध डा. एएस नैन, संयुक्त निदेशक प्रजनक बीज उत्पादन डा. पीएस शुक्ल सहित अन्य वैज्ञानिक मौजूद रहे। निदेशक शोध डा. नैन ने बताया कि
प्रत्येक वर्ष केन्द्र पर 8हजार कुंतल प्रजनक बीजों का उत्पादन किया जाता है। जिसमें उत्पादित आधार एवं प्रमाणिकृत बीजों से लगभग 429लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में रबी एवं खरीफ के विभिन्न फसलों का उत्पादन किया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि खरीफ के 10 फसलों के लगभग 60 प्रजातियों की कुल 23सौ कुंतल प्रजनक बीज का उत्पादन होता है। इनमें धान, सोयाबीन, अरहर, मक्का, उर्द, मूंग एवं ज्वार आदि प्रमुख हैं। संयुक्त निदेशक डा. पीएस शुक्ल ने बताया कि इस वर्ष धान की पंत धान 22,24,26 एवं 28 आदि नवीन प्रजातियों के साथ-साथ अरह की प्रजाति पंत अरहर 6 व 7, उर्द की पंत उर्द 10 को बहुतायत क्षेत्रफल में लगाया जा रहा है।

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