उत्तराखण्ड

बड़ी खबर–:पंतनगर विश्वविघालय के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय में किया जा रहा है 1 करोड़ मत्स्य बीज का उत्पादन ।

Sunil Srivastav

पंतनगर

गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय में शुक्रवार को राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मत्स्य उत्प्रेरित प्रजनन के जनक डा. हीरालाल चौधरी का स्मरण कर उन्हें भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता (डीन)डा.आर.एस चौहान ने मत्स्य पालकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में देशभर में लगभग 40 हजार मिलियन मत्स्य बीज(फ्राई)का उत्पादन हो रहा है वहीं विश्वविघालय के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय हैचरी में उत्प्रेरित प्रजनन की प्रक्रिया को अपनाकर विभिन्न मत्स्य प्रजातियों कतला,जयंती,रोहू, मृगल,सिल्वर कार्प,ग्रास कार्प तथा आमुर कार्प का मिश्रित 1 करोड़ मत्स्य बीज का उत्पादन किया जा रहा है।
यह बीज स्थानीय मत्स्य पालकों के अलावा निकटवर्ती प्रदेशों व पड़ोसी देश नेपाल को भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
डा.चौहान ने उपस्थित मत्स्य पालकों को आश्वासन दिया कि उनके लिए भविष्य में अपेक्षित मात्रा में मत्स्य बीज उपलब्ध रहेगा ताकि क्षेत्र में मत्स्य उत्पादन में वृद्धि के साथ ही मत्स्य पालकों को अपनी आय बढ़ाने में भी मदद मिल सके।

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