पिथौरागढ़।
पिथौरागढ़
उत्तराखंड में मानव वन्य जीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है पिथौरागढ़ में लगातार मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं से ग्रामीण क्षेत्र के लोग बड़े भयभीत हैं दिन प्रतिदिन हो रही इन घटनाओं से वन विभाग भी खासा परेशान है, वन्य जीव के खतरे से ग्रामवासी भी घरों से निकलने से कतराने लगे हैं ।
पिथौरागढ़ से करीब 30 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत कापड़ी गांव क्षेत्र में गुरुवार को घर के पास खेत में गई एक महिला को गुलदार जंगल में खींच ले गया जैसे ही गांव वालों को इस घटना का पता चला तो वहां पर हड़कंप मच गया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम पिथौरागढ़ के कापड़ी गांव के तोक बजेत निवासी कलावती देवी पत्नी उमेद सिंह उम्र 46 वर्ष अपने घर से कुछ दूरी पर स्थित खेत में मवेशियों के लिए चारा लेने गई थी कि इसी बीच घात लगाकर बैठे गुलदार ने कलावती पर हमला कर दिया जब देर शाम तक महिला वापस नहीं लौटी तो परिजनों एवं ग्रामीणों ने महिला की ढूंढ खोज की घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर महिला का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा आज शुक्रवार को जिला अस्पताल में महिला का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
उप प्रभागीय वन अधिकारी नवीन चंद्र पंत ने टेलिफोनिक वार्ता में बताया कि गुरूवार की शाम यह घटना हुई है उन्होंने बताया क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के साथ ही पिंजरा लगाने की कार्यवाही की जा रही है । उन्होंने बताया इसे आदमखोर घोषित करने के लिए चीफ वाइल्ड लाइफ ऑफ उत्तराखंड को पत्र लिखा है तथा पिंजरा लगाने की तैयारी की जा रही है।
एसडीओ श्री पंत ने बताया कि पीड़ित परिजनों को निर्धारित मुआवजे के साथ ही हर संभव मदद का प्रयास किया जाएगा।




