पलियाकला लखीमपुर खीरी।
काजू और बादाम से तीन गुना महंगा बिका कटरुआ सुन के ही होश दंग हो गये ,लोग कहते है कि देश आर्थिक तंगी से गुजर रहा है और जंगली जानवरों का भोजन 2400 रुपये किलो तक बिक गया। जी हम बात कर रहे है तराई के किशनपुर और दुधवा के जंगलो मे उगने वाले कवक *कटरुये की जिसे लोग शान से खाते और धनाढ्य लोग इसे खरीदना और खाना किसी शान से कम नही समझते यह मैलानी, भीरा,किशनपुर,दुधवा समेत पीलीभीत और बहराइच के जंगलों मे बहतायत पाया जाता है। इन दिनो इसकी पहली फसल निकली है यह बिना वन कर्मचारियों की मिली भगत से जंगल के बाहर नहीं निकल सकता। (विश्वकान्त त्रिपाठी पलिया