एसएसबी व पुलिस जवानो नेपाल से भारत लाई जा रहीं दो युवतियों को दो नेपाली मानव तस्करों के साथ पकड़ा,
लिखा पढी कर नेपाल को सौपा
विश्वकान्त त्रिपाठी
लखीमपुर/गौरीफंटा।
मानव तस्करी कर भारत के रास्ते खाड़ी देशों को नेपाली युवतियों को ले जाने का सिलसिला जारी है,बुधवार की देर शाम को गौरीफंटा सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों ने पुलिस व नेपाली एनजीओ को सुपुर्द किया ,नेपाल से भारत ले जाई जा रहीं दो युवतियों को दो नेपाली युवकों के साथ पकड़ नेपाल को सौप दिया ।
भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 39 वीं बटालियन के कमांडेंट मुन्ना सिंह ने बताया कि बुधवार की देर शाम करीब साढ़े सात बजे गौरीफंटा बार्डर चेकपोस्ट पर सहायक कमांडेंट खैमराज ओर हेडकांस्टेवल आशीष पंवार, सहित महिला कांस्टेवल चेकिंग कर रहीं थी कि तभी धनगढ़ी-नेपाल की ओर से दो नेपाली युवक ओर दो नेपाली युवतियां बार्डर पार जाते दिखी ।जिन्हे रोक कर चेक करने के साथ उनसे पूंछतांछ की गई ।
पकड़े गये युवक व युवतियों ने अपना नाम व पता केशव रोकाया (20) पुत्र सिंह रोकाया निवासी वार्ड नंबर 3 घोराई नगरपालिका शांतिबाजार जिला बर्दिया, करण बहादुर सांउद (20)पुत्र जूल्फीबहादुर सांउद निवासी वार्ड नंबर 2छोडपडी गांव पालिका जिला आछाम ओर रिधिशा क्षेत्रीय(16) पुत्री हरि क्षेत्रीय निवासी वार्ड नंबर 9 उपमहानगरपालिका बुढ़ानीलकंठ जिला काठमांडू,प्रीती राय (20) पुत्री लक्ष्मण राय निवासी वार्ड नंबर 5 उपमहानगरपालिका बताया। वे चारों अलग-अलग स्थान के निकले ।ओर उन्होने बताया कि वे सभी बंगलौर जा रहे हैं ।पूंछतांछ में पता चला कि ये दोनो युवक दोनो युवतियों को बिक्री करने के इरादे से भारत ले जा रहे हैं ।जिसकी खबर एसएसबीे ने नेपाल पुलिस ओर बार्डर पर तैनात नेपाली एनजीओ पुनर्स्थापना को दी। एसएसबी ने पकड़े गये चारों युवक ओर युवतियों को नेपाल पुलिस ओर पुनर्स्थापना एनजीओ के संयोजक उमेश शिवाकोटी,निर्मला के सुपुर्द कर दिया है।
मालूम हो कि मानव तस्करी (युवतियों) रोकने को लेकर भारत नेपाल सीमा पर दोनो तरफ एसएसबी,नेपाल एपीएफ ,ओर माइती नेपाल,शांतिपुनर्स्थापना जैसी संस्थाएं लगी हुई हैं ।इसके बाद भी दलालों के जरिये नेपाल से भारत ओर अन्य देशों के लिये युवतियों की तस्करी जारी है