बजट पूर्व विश्लेषणात्मक परिचर्चा में डॉ.राधा वाल्मीकि दिल्ली आमन्त्रित ।
केन्द्रीय वित्तमंत्री श्रीमती सीतारमण की अध्यक्षता में नेशनल कॉनफेडरेशन ऑफ दलित आदिवासी
ऑर्गनाइजेशन (नेकडोर) के तत्वाधान में आगामी 4 फरवरी को दिल्ली संसद मार्ग स्थित कांस्टीट्यूशनल क्लब में बजट पूर्व विश्लेषणात्मक परिचर्चा में भाग लेने हेतु पन्तनगर इंटर कॉलेज,ऊधमसिंह नगर(उत्तराखण्ड)की प्रवक्ता डॉ.राधा वाल्मीकि को दिल्ली आमंत्रित किया गया है।डॉ.राधा वाल्मीकि शिक्षिका होने के साथ-साथ एक सामाजिक कार्यकर्त्री,एवं लेखिका भी हैं।जो लगातार सामाजिक समस्याओं,कुरीतियों,बुराइयों के प्रति सेमिनारों व अपने लेखन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास करती रहती हैं। इसीलिए इन्हें कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के संगठनों द्वारा समय समय पर पुरस्कृत एवं सम्मानित भी किया जाता रहा है।महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा,गरीबी उन्मूलन के लिए संस्थागत संस्थानों व उद्योगों का मालिकाना हक सरकार के पास रहे,निजीकरण को बढ़ावा न दिया जाय,सरकारी उपक्रमों को संरक्षण देकर पुनर्जीवित किया जाय,आम जनता पर करों का बोझ कम करके धनाढ्य एवं बड़े बड़े उद्योगपतियों जिनके पास अकूत सम्पत्ति है उन पर करो का बोझ बढ़ाया जाय,अप्रत्यक्ष कर की अपेक्षा प्रत्यक्ष कर ही लगाए जाएं।आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रही भारतीय अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए प्रयास किए जांय।जनसंख्या अनुपात में प्रत्येक समाज का हित सुरक्षित करने वाला बजट लाया जाय,मंहगाई पर नियन्त्रण हो,इन्कम टैक्स में नौकरी पेशा,सीनियर सिटिजन व महिलाओं के लिए कर की दरों में कमी की जाय,बजट में बहुजन समाज के हितों का ध्यान रखा जाय,हस्तशिल्प को बढावा देने हेतु आर्थिक योजनाऐं बनाकर जीविका के साधन उपलब्ध कराए जांय,नौकरियों में मृत पदों को पुनर्जीवित तथा नए पद सृजित कर बेरोजगारी दूर करने के प्रयास किए जांय, आदि।इन्हीं सब मुद्दों पर डॉ.राधा वाल्मीकि दिल्ली में चार फरवरी को बजट पूर्व चर्चा में उत्तराखण्ड के बहुजन समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी बात रखेंगी।