उत्तराखण्ड

पिथौरागढ़आपदा–: राहत एवं बचाव कार्य आज भी जारी, मौसम खराब होने के चलते आज भी नहीं उड़ सका चॉपर, लापता महिलाओं की आज भी ढूंढ खोज जारी।

पिथौरागढ़

जिले के सीमांत क्षेत्र के तहसील मुन्स्यारी बंगापानी एवं धारचूला क्षेत्र में आई भीषण वर्षा से जन व पशु हानि के साथ ही जन जीवन प्रभावित हो जाने के उपरांत क्षेत्र में लगातार खोज, बचाव एवं राहत कार्य जारी है।

 

शुक्रवार कोअपर जिलाधिकारी आर डी पालीवाल ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने के साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों का संचालन करवाया।

शुक्रवार को तहसील बंगापानी के विभिन्न गांवों में फसे व्यक्तियों को निकाले जाने हेतु रैस्क्यू कार्य किया गया। जिसमें सेना के 42, एस डी आर एफ के 24, आई टी बी पी के 7,पुलिस के 7,समेत 10 पीआरडी, 1 होमगार्ड व 14 राजस्व पुलिस कुल 114 जवानों कार्मिकों समेत अन्य के द्वारा रैस्क्यू कार्य किया गया*। पूर्ति विभाग द्वारा सुक्रवार को भी आपदा प्रभावित क्षेत्र के *विभिन्न गांवों में 42 खाद्यान्न पैकेट वितरित किए गए। राजकीय इंटर कॉलेज बरम में सुक्रवार को 83 व्यक्तियों को राहत शिविर में रखा गया। इसके अतिरिक्त राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेरा में बनाए गए शिविर में 189 प्रभावित लोगों को रखा गया है। जिनके भोजन, पेयजल आदि की ब्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है। प्रशासन की ओर से शुक्रवार को ग्राम तला लुमती के ग्राम प्रधान को 2 टैंट, ग्राम मेतली के ग्राम दोगड़ में 1 बड़ा टैन्ट उपलब्ध कराया गया।

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स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को मदकोट में मेडिकल कैम्प लगाया गया।बीआरओ द्वारा सड़क मार्ग को खोले जाने के साथ ही चामी में दुगड़ी गाड़ में वेलीब्रिज स्थापित किए जाने हेतु सामग्री की आपूर्ति के साथ ही निर्माण का कार्य सुक्रवार को भी जारी रखा।शुक्रवार को ग्राम चामी में दुगड़ी गाड़ में कुमाऊं स्काउट व बी आर ओ द्वारा लकड़ी का पैदल पुल का निर्माण किया गया।
शुक्रवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र में एस डी आर एफ,पुलिस व राजस्व पुलिस द्वारा राहत कार्य जारी रखा। क्षेत्र के ग्राम जारा जीबली के तोक समालगांव की लापता हीरा देवी पत्नी कुशल सिंह उम्र 45 वर्ष तथा ग्राम धामी गांव की लापता महिला विशना देवी पत्नी हयात सिंह उम्र 55 वर्ष एवं ग्राम टांगा में लापता महिला पार्वती देवी पत्नी जीत राम की खोजबीन का कार्य जारी रखा।

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शुक्रवार को उत्तराखंड शासन द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्र में रैस्क्यू चलाए जाने हेतु एक हैलीकॉप्टर भेजा गया जो क्षेत्र में मौसम खराब होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य शुरू नहीं कर पाया, हैलीकॉप्टर, हैलीपैड मिर्थी डीडीहाट में है। शनिवार को मौसम सही होने पर हैलीकॉप्टर से आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य संचालित किए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों को निर्देश दिए हैं कि तहसील मुन्स्यारी, बंगापानी व धारचूला के आपदा प्रभावित क्षेत्र के सभी प्रभावित गांवों में राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही रिस्टोरेशन के कार्य तेजी से किए जाय। साथ ही क्षति का भी आंकलन कर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाय, ताकि प्रभावितों को सहायता वितरित की जा सके।
सीमांत क्षेत्र के तीनों तहसील अंतर्गत विगत दिनों हुई भारी वर्षा से कुल 86 गांवों में विद्युत लाइनें आदि क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण विद्युत आपूर्ति बन्द हो गईं थी जिसमें से 68 गांवों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर ली गई है। अधिशासी अभियंता विद्युत धारचूला अमित कटारिया ने अवगत कराया कि अन्य गांवों में विद्युत आपूर्ति हेतु सामग्री की आपूर्ति हो गई है सड़क मार्ग खुलते ही इन सभी गांवों में भी विद्युत आपूर्ति सुचारू कर ली जाएगी। *इसके अतिरिक्त आपदा प्रभावित क्षेत्रों में आपदा से कुल 261 क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों में से 191 को वैकल्पिक रूप से सुचारू कर दिया गया है। शुक्रवार को 6 व्यक्तियों को रैस्क्यू कर लुमती से चामी लाया गया।
शुक्रवार तक जिला प्रशासन की ओर से आपदा प्रभावित तहसील मुन्स्यारी अंतर्गत 24 लाख 31 हजार रुपये, तहसील बंगापानी क्षेत्र अंतर्गत 19 लाख 26 हजार रुपये तथा तहसील धारचूला अंतर्गत 8 लाख 6 हजार रुपये, कुल 51लाख 82 हजार रुपये की राहत राशि 19 जुलाई 2020 के उपरांत आपदा प्रभावितों में वितरित कर दी गई है।

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