पंतनगर
पंतनगर के चार-दिवसीय किसान मेले का समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आज गांधी हाल में क्षेत्रीय विधायक एवं प्रबंध परिषद के सदस्य, राजेश शुक्ला ने किया। कुलपति, डा. तेज प्रताप ने समापन समारोह की अध्यक्षता की।

पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. तेज प्रताप ने कहा कि कोरोना काल के इस दौर में किसान मेले का आयोजन इसका सूचक है कि पंतनगर विश्विद्यालय किसानों के हित के लिए कार्यरत है। उन्होंने किसान मेले में लगे प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के स्टाल पर पोर्टेबल कोल्ड स्टोरेज, ड्रोन तकनीक, छोटा पाॅली हाऊस एवं अन्य तकनीकों के बारे में भी बताया और कहा कि भविष्य में यह तकनीके छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होंगे। डा. प्रताप ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रषंसा की तथा भविष्य में पंतनगर विष्वविद्यालय से समूह स्थापना, तकनीकी सहायता हेतु किसी भी प्रकार के सहयोग करने की बात कही। उन्होंने पहाड़ की महिलाओं के लिए महिला किसान और उनके पति एवं उनके बच्चे की संज्ञा दी तथा बताया कि वक्त बदल चुका है इस बदलते वक्त में महिलाएं आगे आ रहीं है और खेती में नवीनीकरण करते हुए अपनी अलग पहचान बना रही हैं। डा. प्रताप ने किसान मेले के उद्घाटन सत्र के दौरान आयोजित कृषि नीति विषय पर आयोजित कृषक संवाद के बारे में भी बताया और उसकी समीक्षा की। डा. प्रताप ने आह्वाहन किया कि हम अपनी आवष्यकता के अनुरूप स्वयं सहायता समूह बनाये और बाजार मांग के अनुरूप फसले उगाकर बाजार में बेचेंगे तो निश्चित ही किसानों की आय में वृद्धि होगी।
मुख्य विधायक राजेश शुक्ला ने अपने कहा कि खेती की जमीन पर पुरूष के साथ-साथ अब महिलाओं का नाम भी अब अंकित किया जा रहा है, जो महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक सकारात्मक प्रयास है। उन्होंने यह भी बताया कि पहाड़ों पर पशुपालन व्यवसाय बहुतायत मात्रा में किया जाता है और चारे की समस्या के निदान हेतु चारे के केक बनाये जा रहे हैं जो पशुपालन व्यवसाय के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे। शुक्ला ने कृषि विज्ञान केन्द्रों की साराहना की और कहा कि विभिन्न परिस्थितियों में भी के.वी.के. के वैज्ञानिक सदैव किसानों के साथ कदम से कदम मिलाकर सहयोग कर रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि कृषि को नया आयाम देने के लिए किसानों को पुरानी परम्परा को छोड़कर नयी तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है साथ ही किसानों की आमदनी और जीवन प्रतिष्ठापूर्ण हो इसके लिए छोट एवं सीमान्त किसान को भी सहयोग करने की जरूरत है।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में चार-दिवसीय 109वें किसान मेले के बारे में जानकारी देते हुए डा. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि पंतनगर विश्वविद्यालय के लगभग 20.00 लाख रूपये के बीज, पौधे व कृषि साहित्यों की बिक्री हुयी। उन्होंने बताया कि इस मेले में विभिन्न फर्मों, विश्वविद्यालय एवं अन्य सरकारी संस्थाओं के छोटे-बड़े 60 स्टाल लगाये गये व लगभग 10 हजार पंजीकृत एवं अपंजीकृत किसानों ने मेले का भ्रमण किया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा सर्वोत्तम स्टाल के लिए मैसर्स किसान फर्टिलाइजर्स एजेंसी, काशीपुर, ऊधमसिंह नगर, तथा सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए मैसर्स ही-कोकी पावर टूल्स, दिल्ली के प्रतिनिधियों को ट्राफी देकर पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त इस अवसर पर किसान मेले में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं स्टालों के विजेताओं को भी पुरस्कार प्रदान किये गये। निदेशक संचार, डा. एस.के. बंसल के भारत माता की जय तथा जय जवान, जय किसान उद्घोष के साथ इस समारोह का समापन हुआ।
