नैनीताल
गुरूवार की सुबह लगभग 7 बजे नैनीताल स्थित स्टाफ हाउस हनुमान मन्दिर के पास नाले में फैंकी हुई नवजात बालिका मिली। बालिका गंभीर अवस्था में थी, जिसकी गर्भनाल जुड़ी हुई थी। स्थानीय लोगों द्वारा नवजात बालिका को चिकित्सा हेतु बीड़ी पाण्डे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाॅ चाईल्ड लाईन 1098 की देखरेख में नवजात बच्ची का प्रारंभिक उपचार किया गया। बाद में नवजात बच्ची के उचित और बेहतर ईलाज के लिए सुशीला चिकित्सालय को रेफर कर दिया गया। जहाॅ उसका ईलाज चल रहा है।
बच्चों विशेषकर बालिकाओं के प्रति संवेदनशील जिलाधिकारी श्री सविन बंसल के संज्ञान में यह मामला आया तो वह काफी असहज एवं भावुक हो उठे। उन्होंने तत्काल इस मामले को संज्ञान में लिया और जिला बाल संरक्षण अधिकारी व्यौमा जैन को बच्ची की देखभाल के लिए अस्पताल भेजा। जिलाधिकारी श्री बंसल ने इस शर्मनाक कृत्य की भर्त्सना की है तथा इस शर्मनाक कार्य की निन्दा भी की है। उन्होंने कहा कि यह घिनोना कार्य करने वाले जल्द पकड़ में आयेंगे जिसके लिए कार्यवाही प्रारंभ कर दी गयी है। इस घृणित कार्य को करने वाले महिला एवं पुरूष को नियमानुसार दण्डित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इनके बारे में जो कोई भी सूचना जिला प्रशासन को देगा उसे जिलाधिकारी की ओर से दस हजार का नकद ईनाम दिया जायेगा। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा।
श्री बंसल ने कहा कि सुशीला तिवारी में उपचार के बाद जब बच्ची पूर्णतः स्वस्थ हो जायेगी तो उसे अल्मोड़ा शिशु गृह में रखा जायेगा। नवजात बच्ची को गोद लेने वाले दम्पत्ति को नियमानुसार गोद दे दिया जायेगा। यदि इस बच्ची को अडोप्ट करने के लिए कोई दम्पत्ति सामने नहीं आता है तो इस बच्ची की परवरिश, भरण-पोषण, शिक्षा तथा विवाह तक का सारा खर्चा जिला प्रशासन वहन करेगा। उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त इस कुरीती को दूर करने की जरूरत है तथा ऐसा अनैतिक कार्य करने वालों का सामाजिक बहिष्कार करते हुए उन्हें दण्डित भी किया जाना चाहिए।