ऊखीमठ।(Vinod Nautiyal)
बैशाखी के पावन पर्व पर द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर एवं तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि तय की गयी। मध्यमहेश्वर मन्दिर के कपाट 11 मई एवं तुंगनाथ मन्दिर के कपाट 20 मई को खोले जाएंगे। पूर्व परम्परानुसार पंचांग गणना के आधार पर आचार्यगणों द्वारा कपाट खोलने की तिथि तय की गयी। ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मन्दिर में मध्यमहेश्वर मन्दिर एवं मक्कूमठ के मार्कण्डेय मन्दिर में तुंगनाथ मन्दिर के कपाट खुलने की तिथि तय की गयी। मध्यमहेश्वर भगवान की डोली 7 मई को गर्भगृह से बाहर आएगी।8 को नए अनाज का भोग स्थानीय लोगों द्वारा,9 मई को ओंकारेश्वर मन्दिर से राकेश्वरी मन्दिर रांसी।10 मई को रांसी से गोंडार11 को गोंडार से मध्यमहेश्वर धाम और सिंह लग्न में कपाट खोले जाएंगे। वहीं तुंगनाथ भगवान की डोली 18 को गर्भगृह से बाहर,स्थानीय लोगों द्वारा नए अनाज का भोग और रात्रि विश्राम भूतनाथ मन्दिर।19 को भूतनाथ मन्दिर से चोपता। 20 को चोपता से तुंगनाथ धाम में तथा कर्क लग्न में साढ़े ग्यारह बजे कपाट खोले जाएंगे।वहीं पूर्वपरम्परानुसार बूढ़ा मध्यमहेश्वर भगवान की भोगमूर्ति को गर्भगृह से बाहर लाकर पुष्परथ में विराजमान किया गया। जिसके बाद मन्दिर की पांच परिक्रमा की गयी। वहीं लॉकडाउन के चलते सीमित लोग ही शामिल हो पाए। स्थानीय लोगों ने घरों से ही दर्शन किए।