हल्द्वानी।
खुशियों का त्योहार परिवार के लिए मातम में बदल गया दीवाली की सुबह एक हादसे में घायल हुए युवक की मदद को कोई नहीं आया जब तक मदद मिली तब तक बहुत देर हो चुकी थी।घायल ने खुद अपने मालिक को फोन कर खुद को अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगाई। मालिक ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन देरी से उपचार मिल पाने की वजह से उसकी मौत हो गई। दिवाली के दिन हुई इस घटना से चिराग जलाने वाला ही बुझ गया।
पुलिस के अनुसार जीतपुर नेगी स्थित बस्ती निवासी 22 वर्षीय ललित कुमार आर्य पुत्र टीकम आर्य देवलचौड़ स्थित एक रेस्टोरेंट में कारीगर की नौकरी करता था। शनिवार सुबह वह अपने साथी के साथ बाइक से दूध लेने के लिए गन्ना सेंटर के किसी गाँव जा रहा था। इस बीच रामपुर रोड गन्ना सेंटर से कुछ दूर पहले सामने से आ रहे तेज रफ्तार टेंपो ने बाइक पर टक्कर मार दी। हादसे में ललित के सीने और सिर पर गंभीर चोटें आईं। बताया जा रहा है कि गंभीर रूप से घायल ललित को देखने के बावजूद लोगों ने उठा कर अस्पताल पहुँचाने की कोशिश तक नहीं की। इस पर ललित ने ही अपने फोन से रेस्टोरेंट मालिक अंकित नेगी को फोन किया। इसके बाद मालिक ने मौके पर पहुँच ललित को एसटीएच पहुँचाया। जहाँ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर मेडिकल चौकी प्रभारी मनवर सिंह बिष्ट ने पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया यदि राह चलते लोगों में मानवता शेष रही होती तो दीपावली के दिन हुई इस घटना पर इस तरह से कोई चिराग नहीं बुझता इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।




