नैनीताल

डीएम ने खनिज न्यास से दिए 55 लाख सुधरेंगी सड़कें

हल्द्वानी

जन सरोकारों हो या ग्रामीण क्षेत्र में मौलिक सुविधाओं की जरूरत जिलाधिकारी सविन बंसल हमेशा तत्पर एवं प्रयत्नशील रहते है। महानगर हल्द्वानी यातायात व्यवस्था मे व्यापक सुधार एवं यातायात को सुगम बनाने के लिए अब जिलाधिकारी ने खनिज न्यास के फण्ड से 55 लाख की धनराशि स्वीकृत की है। श्री बंसल ने बताया कि वाहनों के बढते दबाव से जनसामान्य प्रभावित रहता है यहां तक कि बुर्जुगों, महिलाओं तथा बच्चों को सडक पार करने और सडक किनारे चलने मे दिक्कत होती है। इन सभी तथ्यों का संज्ञान लेते हुए परिवहन एवं पुलिस विभाग की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर शहर मे नए डिवाइडर बनाने, रोड फर्नीचर (साइनेजज एवं सूचना प्रधान बोर्ड) बोर्ड लगाने तथा मण्डी से काठगोदाम तक की सडक में अनावश्यक 85 कटों को बन्द करने के लिए जिलाधिकारी ने धनराशि लोनिवि को स्वीकृत की है। गौरतलब है कि इस सडक मे लगभग 160 कट वर्तमान मे है जिनमे से लोग अनावश्यक वाहन निकालते है और यातायात बाधित हो जाता है।
श्री बंसल ने बताया कि शहर की यातायात व्यवस्था बनाने के लिए 14 स्थानों पर ट्रैफिक लाइटें लगाई जायेगी यह कार्य मुख्यमंत्री की घोषणा के अन्तर्गत होना है, शासन से स्वीकृति एवं धन प्राप्त होने मे समय लग सकता है इसलिए जनहित को दृष्टिगत रखते हुये यह कार्य किसी कम्पनी/फर्म से कराया जा रहा है। इससे शासन के धन की बचत होगी और कार्य भी जल्द होगा। उन्होने बताया कि हल्द्वानी महानगर में 10 स्थानों का चयन ट्रैफिक लाइटें लगाने केेे लिए कर लिया गया है यह लाईटें पीपीपी मोड में चयनित कम्पनी/फर्म द्वारा स्वयं के खर्चे पर लगाई जायेंगी, इन सभी लाईटों का संचालन एवं अनुरक्षण आने वाले 20 सालोें को सम्बन्धित कम्पनी द्वारा किया जायेगा। श्री बंसल ने बताया कि ट्रैफिक लाईटोे की स्थापना संचालन एवं अनुरक्षण पर होने वाले व्यय के एवज मे सम्बन्धित फर्म को नगर निगम क्षेत्र में पब्लिसिटी के लिए यूनीपोल व अन्य स्थान निशुल्क उपलब्ध कराये जायेंगे ताकि फर्म अपने खर्चो को समायोजित कर सके। यूनीपोल आदि उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन को सहमति दे दी है।
श्री बंसल ने कहा कि वह कुमाऊं के प्रवेश द्वार मे जन सुविधायंे बढाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। गौरतलब है कि वर्षा के समय शहर मे जलभराव की समस्या का निदान भी श्री बंसल के प्रयासों से सम्भव हुआ।

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