किच्छा, 24 जुलाई।
गन्ना किसानों का बकाया 68 करोड रूपये के शीघ्र भुगतान की मांग को लेकर क्षेत्र के गन्ना किसानों ने प्रमुख कृषक
नेता एंव वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश पपनेजा के नेतृत्व में किच्छा चीनी मिल परिसर में धरना प्रर्दशन किया। इसके पश्चात प्रर्दशनकारियों ने चीनी मिल की अधिशाषी निदेशक रूचि मोहन रेयाल को गन्ने के बकाया भुगतान तत्काल करने के संम्बध में एक ज्ञापन दिया।
प्रेस को जारी एक बयान में श्री पपनेजा ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना से जंहा एक ओर लोगों को जबरदस्त आर्थिक संकट से गुजरना पड रहा है वंही क्षेत्र के किसानों को भी फसलों के समय से भुगतान न होने के कारण तमाम तरह की परेशानियों से जूझना पड रहा है। जिसके चलते श्री पपनेजा ने आज किसानों के साथ किच्छा चीनी मिल कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस दौरान उन्होने मिल की अधिशासी निदेशक को दिए ज्ञापन में कहा कि चीनी मिल 4 मई 2020 तक चली है, किसानों को अभी 15.02.2020 तक का ही भुगतान हुआ है, वो भी टुकडो-टुकडो में दिया गया है जिससे किसानों को बेहद परेशानी हुई और उन्हे अपनी खेती करने व परिवार, सामाजिक जरूरतो के लिए दर दर भटकने को मजबूर होना पडा है।
उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों को गन्ने के बकाया राशि का एकमुश्त भुगतान जल्द नही किया तो क्षेत्र के किसान वृहद्ध स्तर पर आंदोलन करने के लिए सडको पर उतरने को मजबूर होगें। इसके अलावा उन्होने कहा कि हर वर्ष चीनी मिल का पेराई सत्र देरी से प्रारम्भ होने से किसानों की गेंहू की फसल की बुवाई में देरी हो जाती है जिसका प्रतिकूल प्रभाव फसल पर पडता है और उत्पादन में कमी आती है। उन्होने आगामी पेराई सत्र की शुरूआत 5 से 10 नवंबर के मध्य कराने की भी मांग की है। धरना देने वालों में मुख्य रूप से विनोद कोरंगा, मौ0 ताहिर, महावीर, बलवंत सिंह, जितेन्द्र सिंह, प्रेमपाल आदि शामिल थे।