हल्द्वानी
मोहम्मद हसीब खान की इमानदारी और उत्तराखंड पुलिस की तात्पर्यता ने आज एक महिला के खोए हुए मंगलसूत्र को वास्तविक महिला तक पहुंचाया इस खोए हुए मंगलसूत्र की कड़ी को जोड़ते जोड़ते पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी ।
गौरतलब है कि 3 दिसंबर को मौ0 हासिब खान पुत्र वाहिद खान निवासी लाईन नं0-16 , कब्रिस्तान गेट सफदर का बगीचा हल्द्वानी द्वारा थाना काठगोदाम पर आकर एक मंगलसूत्र मय लाॅकेट काले रंग का लाकर दाखिल किया व बताया कि मेरे दुकान पुरानी आर0टी0ओ0 कार्यालय काठगोदाम के पास दिनांक-01.12.2020 को सायं लगभग 05.30 बजे एक मंगलसूत्र मय लाॅकेट मिला था। मेरे द्वारा मिले हुए मंगलसूत्र के बारे में सोशल मीडिया समाचार पत्र पर काफी तलाश करने के बाद भी कोई वारिशान नहीं मिला तब थाना काठगोदाम नैनीताल का सहयोग लिया गया । थाना काठगोदाम पुलिस द्वारा घटनास्थल के आस-पास के समस्त सी0सी0टी0वी0 कैमरों व लोगों से गहनता से पूछताछ करने पर कोई भी लाभप्रद सूचना नहीं मिली । फिर काठगोदाम पुलिस द्वारा पहाड से आने वाले गाडियों व शादियों का पता किया गया तो दिनांक- 1 दिसंबर को एक गाडी ना05जं2908 जिसने ऑनलाइन टैक्स काटा था जिसका आर0टी0ओ0 कार्यालय से फोन नम्बर पता कर पूछताछ की तो बताया गया कि मेरी गाडी गणाई गंगोलीहाट से शादी में गयी थी लेकिन मेरी गाडी में से किसी भी महिला का सोने का हार नहीं गिरा था। फिर वाहन स्वामी से हरीश चन्द्र पन्त का मोबाईल नम्बर लिया गया पूछताछ पर बताया कि इन्हीं के लडके की शादी थी फिर शादी वालों ने मना किया कि हमारे वहां से किसी भी महिला का मंगलसूत्र नहीं खोया है। फिर काठगोदाम पुलिस द्वारा बारात में आये हुए समस्त आगन्तुक महिलाओं से पूछताछ के लिये कहा गया तब ज्ञात हुआ कि प्रियंका पन्त पत्नी जीवन चन्द्र पन्त नि0 देवराडी पन्त गणाई गंगोलीहाट पिथौरागढ का सोने का मंगलसूत्र खोया है जिसने डर के कारण अपने घरवालों को नहीं बताया था जो तब से ब्लड प्रैसर कम होने के कारण बीमार चल रही है। पुलिस ने आज सम्बन्धित सुनार व फोटो को देखकर तसदीक किया गया व प्रियंका पन्त तथा उसके परिजनों ने मिले हुए मंगलसूत्र की पहचान करने के बाद आज प्रियंका पन्त को उक्त मंगलसूत्र सौंप दिया गया प्रियंका पंत एवं उसके परिजनों ने मौ0 हासिब खान व नैनीताल पुलिस की ईमानदारी की भूरी-भूरी प्रशंसा की ।




