उत्तराखण्ड

खबर जरूरी–:व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खुलने के समय में हुआ बदलाव, सुबह 7:00 से शाम 7:00 बजे तक चलेंगी व्यापारिक गतिविधियां हैं

देहरादून।

सरकार ने लाॅकडाउन 5 से पहले उत्तराखंड में आर्थिक गतिविधियों को तेज करते हुए सुबह 7:00 बजे से 7: बजे तक प्रतिष्ठानों को खोलने का निर्णय लिया है जिससे ठप पड़ी आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार मिल सके।हालांकि, प्रदेश में लॉकडाउन अभी खत्म नहीं होने जा रहा है। 31 मई को लॉकडाउन-05 के पूरा होने के बाद एक जून से लॉकडाउन-05 चलेगा। प्रदेश में अभी लागू बंदिशों में नए प्रस्तावित लॉकडाउन में कुछ और ढील मिल सकती है। सरकारी महकमों के कामकाज में और तेजी से लाने की तैयारी है।

प्रदेश में वाहनों की अंतर्जनपदीय आवाजाही में भी छूट का दायरा बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार देर शाम अपने आवास पर कोविड-19 महामारी के संबंध में शासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में बाजार खुलने का समय शुक्रवार से सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक करने का निर्णय लिया गया। अभी तक दुकानें सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक खुल रही थीं। लॉकडाउन-04 में ही राज्य को दुकानें सुबह सात से शाम सात बजे तक खोलने का विकल्प केंद्र सरकार ने दिया था। राज्य सरकार ने लॉकडाउन-चार खत्म होने से महज तीन दिन पहले यह फैसला लिया। इससे पहले गुरुवार सुबह केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह एवं राज्य के अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में लॉकडाउन-04 के हालात के साथ ही आगे लॉकडाउन-पांच की संभावित तैयारियों पर भी चर्चा की। राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने और सरकार के बंदोबस्त पर भी केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने फीडबैक लिया गया। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया है कि राज्य में मामले बढ़े हैं, लेकिन ये सभी प्रवासियों की आमद से जुड़े हैं। कम्युनिटी स्प्रेड पर अंकुश लगाए रखने में सरकार को कामयाबी मिली है। लॉकडाउन-पांच में प्रदेश में लागू बंदिशों में कुछ और रियायतें देने पर विचार हुआ। मुख्य सचिव ने कहा कि रियायतें ज्यादा देने पर मंथन अभी जारी है। सरकारी महकमों के कामकाज में और तेजी लाने पर भी विचार चल रहा है। अभी दफ्तरों में निचले स्तर पर 50 फीसद तक ही कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है, इसे बढ़ाया जा सकता है। सरकार की सबसे बड़ी चिंता कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा होना है। ऐसे में ज्यादा रियायतों पर अंकुश रखते हुए इसमें फिर सीमित वृद्धि की जा सकती है। कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में पाबंदियां ज्यादा रहना तय है। आगामी लॉकडाउन-पांच में भी शिक्षण संस्थाएं बंद रखी जाएंगी। अलबत्ता, उत्तराखंड बोर्ड के शेष रह गए कामकाज के अंतर्गत शेष रह र्गईं हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं को पूरा कराया जाएगा। साथ ही उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य जल्द शुरू कराने की तैयारी है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि लॉकडाउन-पांच के लिए भी केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक ही राज्य में व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी। इस गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है।

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