ऑनलाइन फ्राड कर खाते से निकाली गयी 80,000/-रू0 की धनराशी को पुलिस की हस्तक्षेप से बैंक ने किया वापस ।
टनकपुर
टनकपुर क्षेत्र के मुस्तफा अंसारी पुत्र बशीर अहमद, निवासी इमली पड़ाव, थाना टनकपुर का भारतीय स्टेट बैंक शाखा टनकपुर मे खाता है जिसमें इस साल के प्रारंभ जनवरी में कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उसकी पहचान चोरी कर फर्जी आधार कार्ड का प्रयोग करते हुए अलग-अलग तिथियों में ऑनलाइन कुल ₹80000/- निकाले लिए ।
घटना की सूचना मुस्तफा अंसारी ने पुलिस को दे कर कार्रवाई की मांग की जिसके बाद पुलिस ने 420 एवं आईटी एक्ट 66 सीडी के तहत मामला दर्ज कर जांच उप निरीक्षक तेज कुमार को सौंप दी।
पुलिस ने साइबर सैल की मदद से अज्ञात अभियुक्तों की पहचान की तो अज्ञात व्यक्ति दिल्ली एवं पश्चिमी बंगाल क्षेत्र के प्रकाश में आये। जिसके बाद पुलिस ने अभियुक्तों की धरपकड़ हेतु नोएडा, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल के कई शहरों में दबिश दी लेकिन वह आरोपी हाथ नहीं आ पाए ।
चुकि उक्त प्रकरण में वादी मुस्तफा अंसारी के बैंक अकाउंट में मोबाइल अलर्ट प्रक्रिया क्रियाशील थी जिसका बैंक एसएमएस अलर्ट चार्ज भी ले रहा था लेकिन जब यह फ्रॉड हुआ तब फ्रॉड करते समय अलर्ट प्रक्रिया का संचालन नहीं हुआ जिसके चलते बैंक उपभोक्ता को इस जालसाजी की भनक तक नहीं लगी ।
तथा ऑनलाइन फ्राड कर धनराशी निकाली गयी थी उसके सम्बन्ध में कोई भी मैसेज नही भेजा गया । जिस कारण वादी को अपने खाते से धनराशी कटने के बारे में कोई जानकारी नही हो पायी।पुलिस अधीक्षक चंपावत लोकेश्वर सिंह ने प्रकरण को गंभीर मानते हुए बैंक की कमी पाते हुए शाखा प्रबन्धक भारतीय स्टेट बैंक टनकपुर को वादी की धनराशी वापस कराये जाने हेतु पत्राचार किया । बैंक द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक से पत्राचार कर उक्त धनराशी को वादी के बैंक खाते में वापस कर दी गयी है। जिसके बाद मुस्तफा अंसारी ने खाते में पैसे वापस आने पर राहत की सांस ली ।




