हल्द्वानी
बेतालघाट के तल्लीसेठी गांव मे बने कोरेन्टाइन सेन्टर में 5 वर्ष की बच्ची अंजलि की मृत्यु पर जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने शोक व्यक्त किया है। श्री बंसल ने कहा है कि बच्ची के परिजनों को वन विभाग की ओर से निर्धारित मुआवजा राशि का जल्द ही भुगतान किया जायेगा। कोरेन्टाइन सेन्टर मे तैनात किये गये राजकीय कर्मचारियों की लापरवाही को गम्भीरता से संज्ञान मे लेते हुये जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित कर्मचारी के विरूद्व देर रात एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी किये थे जिसके क्रम मंे नायब तहसीलदार बेतालघाट द्वारा सम्बन्धित थाने मे मृतक बच्ची केे ताऊ खीम सिह की शिकायत पर शासकीय कार्यो मे लापरवाही बरतने के आरोप मे पटवारी राजपाल सिह, ग्राम विकास अधिकारी उमेश जोशी, जीआईसी बेतालघाट के सहायक अध्यापक करन सिह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। उपजिलाधिकारी ऋचा सिह की रिपोर्ट पर सम्बन्धितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269,270,304 (ए) तथा आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा इस प्रकार की गम्भीर कार्यवाही प्रदेश स्तर की पहली गम्भीर कार्यवाही है। जिलाधिकारी की इस कार्यवाही से जनपद भर के कर्मचारियों मे हड़कम्प मचा हुआ है।
गौरतलब है कि प्राथमिक विद्यालय तल्लीसेठी बेतालघाट के कोरेन्टाइन सेन्टर मे 16 लोग कोरेन्टाइन है इसमें महेन्द्र का परिवार भी था। इस परिवार की कोरेन्टाइन अवधि मंगलवार को पूरी हो रही थी। जिलाधिकारी श्री बंसल ने चेताया है कि भविष्य मे ऐसा कोई मामला सामने आया तो लापरवाहा कर्मचारी के खिलाफ कडी कार्यवाही अमल मे लाई जायेगी। उन्होने दो टूक शब्दों मे कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो मे स्थापित किये गये सभी कोरेन्टीन सेन्टर पर जिस स्टाफ की तैनाती की गई है वहां वह आपने दायित्व पूरी तत्परता एवं निष्ठा से अनुपालन करेे किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। लापरवाही की दशा में कडी से कडी विधिक कार्यवाही भी अमल मे लाई जायेगी। उन्होने कहा कि आपदा के इस काल में सभी अधिकारी अपने मोबाइल चैबीस घंटे खुले रखें तथा आने वाली सभी काॅल को अनिवार्य रूप से अटैंड करें तथा लोगांे की समस्याओं का निराकरण करते हुये उन्हे सहयोग करें।
श्री बंसल ने जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी तथा जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिह तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता को निर्देश दिये है कि तैनात किये गये सभी कर्मचारियोें तथा अध्यापकों की वीडियो काॅल के माध्यम से सभी तैनात लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करें।