अल्मोड़ा
आज की जरूरत बन गए सैनिटाइजेशन को लेकर जिला प्रशासन सतर्क होकर गांव-गांव में डोर टू डोर सैनिटाइजेशन कार्य कराने में लगा हुआ है इस कड़ी में अनेक महिला संगठन ग्राम प्रधान समूह के साथ महिलाएं अपना अहम योगदान दे रही है।
एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना, अल्मोड़ा के परियोजना प्रबन्धक कैलाश चन्द्र भटट ने बताया कि आजीविका परियोजना द्वारा जनपद के 10 विकास खण्डों में सामुदायिक संगठनों के माध्यम से विभिन्न तरह की आजीविका संवर्धन गतिविधियों को सम्पादित किया जा रहा है।
आजिविका संवर्धन के साथ-साथ परियोजाना द्वारा अल्मोड़ा जनपद के विभिन्न दूरस्थ गांवांे में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव विभिन्न माध्यमों से किया जा रहा है। आई.एल.एस.पी. अन्तर्गत 10 विकास खण्डों में गठित 45 आजीविका संघों/सहकारिताओं द्वारा भी जिला प्रशासन के माध्यम से उपलब्ध करवाये गये सोडियम हाईपोक्लोराइड का छिड़काव अपने लगभग 287 ग्रामों में किया गया है। इस दौरान आजीविका संघ के स्टाफ एवं सदस्यों द्वारा अपने आसपास के प्रतिष्ठानों, बैंक, वाहन आदि में भी छिड़काव किया गया।
इस कार्य में अनेकै ग्राम प्रधान, संघ प्रतिनिधी भी सहयोग कर रहे है। इसके अतिरिक्त सहकारिताओं ने अपने क्षेत्र के आसपास सफाई एवं सामाजिक दूरी को बनाये रखने के लिए भी जागरूकता पैदा की जा रही है। मुख्यतः आजीविका संघों द्वारा सम्पादित की जा रही प्रत्येक गतिविधि में सामाजिक दूरी का प्राथमिकता के आधार पर ध्यान रखा जा रहा है, साथ ही अन्य लोगों को भी इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा किए जा रहे सैनिटाइजेशन से जहां क्षेत्र में जन जागरूकता बढ़ रही है वही महिलाओं की इस पहल को लोग सराह रहे हैं
तो इस तरह आजीविका संघों द्वारा इस संकट की घड़ी में अपने सदस्यों के हितों को सर्वोपरि एवं अपनी सामाजिक जवाबदेही को समझते हुए अपने क्षेत्र. एवं उसके आसपास कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइड का छि़ड़काव किया गया है।