नैनीताल .रघुनन्दन सिंह टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी में राष्ट्र का 71वाॅ गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। अकादमी के निदेशक श्री राजीव रौतेला ने ध्वजारोहण किया तथा अकादमी में अध्ययनरत प्रशिक्षु अधिकारियों को भारतीय संविधान की शपथ दिलायी। इस मौके पर प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा देश भक्ति पर आधारित गीत व तराने प्रस्तुत किये, जिससे अकादमी का महौल देशभक्ति मय हो उठा। बहुत से प्रशिक्षुओं द्वारा स्वरचित कविताओं का भी पाठ किया गया। अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में देश भक्ति के तरानों के साथ ही कुमाऊॅनी व
गढ़वाली संस्कृति पर आधारित लोक नृत्य भी प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में निदेशक एवं आयुक्त कुमाऊॅ श्री राजीव रौतेला ने कहा कि देश के नागरिकों के लिए आज का दिन अत्यन्त गौरवशाली है। यह पर्व हमें अधिकारों के साथ ही कर्त्तव्यों के निर्वहन का भी बोध कराता है। उन्होंने कहा कि हम राजकीय सेवा के जिस पद पर हैं, वहाॅ हमारा दायित्व है कि राष्ट्र के गण (नागरिकों) की बेहतरी के लिए पूरी निष्ठ और ईमानदारी से काम करें। हमारी कौशिश होनी चाहिए कि विकास के दिए की रोशनीअन्तिम छोर पर बैठे गरी व्यक्ति की कुटिया तक पहुॅचे।
इसके लिए हमें अपने दायित्वों का निर्वहन सच्ची भावना से करना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान को पूरे विश्व में बड़े आदर के साथ देखा जाता है।भारतीय लोकतंत्रीय व्यवस्था में अंगीकृत संविधान में नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की क्षमता का अधिकार दिया गया है, वहीं अधिकारों के साथ ही संविधान में हमारे अनेकों कत्र्तव्यों का भी उल्लेख किया गया है। हमें अपने अधिकारों के साथ ही कत्र्तव्यों के प्रति भी संवेदनशील रहना चाहिए। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षुओं से कहा कि वह गहन प्रशिक्षण हासिल कर संवेदनशील प्रशासन का हिस्सा बनें तथा अच्छे लोक सेवक के रूप में अपने को स्थापित करें। कार्यक्रम में नितिन ने मैं रहूॅ या न रहूॅ-भारत जरूर रहना चाहिए तथा अभिनव चैधरी ने स्व रचित कविता हिन्दुस्तानी हूॅ-नया हिन्दुस्तान चाहता हूॅ का पाठ किया। इस अवसर पर प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सभी ने मुक्त कठ से प्रशंसा की।कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक नवनीत पाण्डे, दीपक पालीवाल, उप निदेशक रेखा कोहली, दिनेश कुमार राणा, पूनम पाठक, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मुकेश चैधरी, व्यवस्था अधिकारी महेश चन्द्र सिंह बिष्ट के अलावा सरोज नगन्याल, नरेन्द्र सिंह थिपोला, महेश चन्द्र आर्य आदि मौजूद थे।