नैनीताल
कोरोना वायरस को लेकर लोगो में भय व्याप्त कर उसका फायदा उठाकर मास्क एवं सेनिटाईज़र की कालाबाजारी की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन तुरंत एक्शन में आया। प्रशासन को विभिन्न माध्यमों से जानकारी मिल रही है कि कुछ कारोबारी मास्क एवं सेनिटाईज़र की कालाबाजारी कर रहे हैं और एमआरपी से ज्यादा दामों पर बिक्री कर रहे हैं।
इस को बेहद गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने तुरंत टीम गठित कर छापामार अभियान चलाने के निर्देश दिए।जिसके बाद सरोवर नगरी नैनीताल में अधिकारियों ने औचक छापेमारी कर 21 प्रतिष्ठानों एवं मेडीकल स्टोर पर छापेमारी कार्यवाही की।एवं कड़ी नसीहत दी। छापेमारी कार्यवाही में जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन, औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट, तहसीलदार भगवान सिंह चैहान, पूर्ति निरीक्षक राहुल डांगी शामिल रहे।
अधिकारियों ने इन्द्रिा फार्मेसी, कैलाश आयुर्वेदिक, गंगाोला कैमिस्ट, राजू किराना स्टोर, गुरूवचन सिंह एण्ड ब्रदर्स होल सेलर, गुप्ता गिफ्ट इम्पोरियम, फाॅर सीजनस् शाॅप, पाॅपुलर फार्मेसी, मधुर मिलन गिफ्ट सेंटर, कृष्णा स्टोर, हिमानी मेडिकोज़, गुलाटी गिफ्ट हाउस, एसके साह एण्ड ब्रदर्स, दीप कन्फेक्शनरी, संजीवनी मेडिकल स्टोर, जनता मेडिकल स्टोर, प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र बीडी पाण्डे रोड, मोहन-को केमिस्ट, दि केमिस्ट, मेडिकल काॅर्नर तथा राम सिंह संत सिंह मेडिकल स्टोर में सेनिटाईज़र एवं मास्क स्टाॅक की गहनता से चैकिंग की। इन्द्रा फार्मेसी पर केवल 8 डिस्पोज़ेबल फैस मास्क पाये गये, अधिकाॅश प्रतिष्ठानों पर स्टाॅक निल पाया गया। राजू किराना स्टोर पर सेनिटाईज़र के 15 पीस मिले।
अधिकारियों ने प्रतिष्ठान स्वामियों को सचेत किया कि मास्क व स्टाॅक का विधिवत अंकन करें तथा बिक्री के साथ कैश मेमों भी उपलब्ध कराया जाये तथा बिक्री का रिकोर्ड भी रखा जाये।
जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने कहा है कि संक्रमण के दौरान कोई भी कारोबारी सेनिटाईज़र एवं मास्क की कालाबाजारी न करे। जिले में चैकिंग अभियान निरन्तर जारी रहेगा। संक्रमण से सम्बन्धित सेनिटाईज़र एवं मास्क की कालाबाजारी करने वालों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।