देहरादून।
यदि परिजनों ने तांत्रिकों के चक्कर नहीं लगाए हुए होते तो आज रक्षाबंधन के दिन एक भाई अपने बहनों के बीच होता अंधविश्वास के इस खेल में परिजनों को अपने एक होनहार बेटे से हाथ धोना पड़ा।
बताया जाता है कि झाझरा में सांप के काटने से एक किशोर की मौत हो गई सांप के काटने के बाद स्वजन किशोर को अस्पताल ले जाने के बजाय तांत्रिकों के पास लेकर भटकते रहे। अगर समय पर उसे इलाज मिल जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।
झाझरा के पास पौंधा रोड निवासी विनय सिंह का 14 वर्षीय बेटे साहिल को शनिवार को दोपहर के समय घर पर सो रहा था। इस दौरान एक करैत सांप उनके घर में घुस आया और साहिल की गर्दन पर लिपट गया, साहिल ने उसे छुड़ाने का प्रयास किया तो सांप ने गर्दन पर काट लिया। जैसे ही परिजनों ने सांप देखा तो शोर मचा सांप को भगाया बुरी तरह से दर्द से तड़प रहे साहिल को परिजन अस्पताल ले जाने की बजाय नंदा की चौकी में किसी तांत्रिक के पास ले गए।
बताया जा रहा है कि तांत्रिक ने साहिल पर झाड़-फूंक किया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं आया। इसके बाद साहिल को कोटडा-संतूर में एक अन्य तांत्रिक के पास ले जाया गया। वहां भी काफी देर झाड़-फूंक चला, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। साहिल की हालत ज्यादा बिगड़ने पर स्वजन उसे प्रेमनगर अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद पड़ोसियों ने वन विभाग को घर में सांप घुस आने की सूचना दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर सांप को जंगल में छोड़ दिया है। दूसरी और बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
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