उत्तराखण्ड

बड़ी खबर-;वन विभाग और STF की बड़ी कार्रवाई, 12 वर्ष बाद आया,संसार चंद गिरोह का सक्रिय सदस्य, संयुक्त टीम ने आज खटीमा के जंगल में की बड़ी कार्रवाई।

देहरादून/ खटीमा
उत्तराखंड एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में आज सुबह अन्तराष्ट्रीय तस्कर संसार चन्द गिरोह का सक्रिय तस्कर बीरबल उर्फ तोताराम संयुक्त टीम ने पकड़ने में सफलता हासिल की उक्त तस्कर 12 वर्ष बाद गिरफ्तार किया जा सका ।

विगत दिनो स्पेशल टास्क फोर्स STF उत्तराखण्ड को सूचना प्राप्त हुई कि अन्तराष्ट्रीय वन तस्कर / शिकारियों का गिरोह उत्तराखण्ड राज्य के जिम कार्बोट नैशनल पार्क व राजाजी पार्क में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार के लिये सक्रिय हो गये है। उक्त क्रम में एक माह पूर्व वन्य जीव से सम्बन्धित अपराधियों की तलाश हेतु निरीक्षक सन्दीप नेगी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया । इस पर टीम द्वारा विगत 12 वर्षो से रेन्ज केस स. 31/2009-10 दिनांक 17 नवम्बर 2009 वन प्रभाग तराई पूर्वी, हल्द्वानी एवं मु.अ.स. 1223/2012 धारा 51 वन्य जीव जन्तु अधिनियम में वांछित/फरार बीरबल उर्फ गोपी उर्फ तोता राम नि. गन्दा नाला पानीपत हरियाणा की गिरफ्तारी हेतु पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व नेपाल के जंगलो में सूचना संकलन किया गया।

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मंगलवार को इस सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई कि खटीमा के जंगलो में छिपा हुआ है इस पर वन विभाग एवं STF एवं वन विभाग की संयुक्त टीम का गठन कर तलाश हेतु लगाया गया। टीम द्वारा खटीमा वन प्रभाग क्षेत्र नखाताल ब्लाक कंपर्ट संख्या 1 से उक्त बीरबल उर्फ तोताराम को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में बताया गया कि विगत कुछ वर्षो से वह पंजाब, हरियाणा एवं नेपाल के जंगलो में छिपा हुआ था। कोविड-19 महामारी के दौरान वह अपने गैंग को फिर से सक्रिय कर जंगलो में वन्य जीव जन्तुओं का शिकार कर अन्तराष्ट्रीय बाजार में बेचना चाहता था।
बीरबल उर्फ गोपी उर्फ तोता पूर्व में अन्तराष्ट्रीय तस्कर संसार चन्द के गिरोह में था, संसार चन्द की वर्ष 2012 में मृत्यु के पश्चात् भीमा के साथ मिलकर अपना गिरोह बनाकर शिकार करने लगे तथा वन्य जीव का शिकार कर उनके अंग एवं खाल को अन्तराष्ट्रीय बाजार में बेचा करते है।
वर्ष 2012 मई माह में कॉर्बेट टाईगर रिजर्व में बाघो का शिकार हुआ था जिस सम्बन्ध में अलग-अलग टीमो द्वारा जाँच एवं दबिश दी गई जिसमें 08 बावरिया हरियाणा राज्य में गिरफ्तार हुये थे जिन्होने इस घटना को अंजाम दिया था। भीमा उक्त अभियोग में वांछित था जो कि माह फरवरी 2012 में गुडगॉव से गिरफ्तार हुआ था, पुछताछ में बताया कि उसने वर्ष 2011 व 2012 में बीरबल उर्फ गोपी उर्फ तोता राम नि. गन्दा नाला पानीपत हरियाणा के साथ मिलकर लैन्सडाउन जंगल में 02 बाघो का शिकार किया था।

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वन्य जीव जन्तुओ के उत्तराखण्ड राज्य में बढते शिकार के सम्बन्ध में उच्च न्यायालय, नैनीताल में योजित रिट याचिका (पीआईएल) 06/2012 हिमालय युवा ग्रामीण विकास संस्थान बनाम उत्तरखण्ड राज्य में उच्च न्यायालय की खण्डपीठ द्वारा वन्य जीवों के अवैध शिकार के दृष्टिगत वन्य जीवों का अवैध शिकार करने वाले शिकारियो को पकडने हेतु स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम, एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में गठित किये जाने के निर्देष पारित किये गये थे।

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STF द्वारा गिरफ्तार किये गये अभियुक्त बीरबल उर्फ तोता राम के अभियोगो का विवरणः-
रेन्ज केस संख्या 57/31/91/92 दुधवा नैशनल पार्क, उत्तर प्रदेष।
रेन्ज केस संख्या 25/2006-2007 उत्तर प्रदेश।
रेन्ज केस संख्या 14 अक्तूबर 2011 शारदा रेन्ज उत्तराखण्ड।
मु.अ.स. 1223/12 धारा 51 वन्य जीव जन्तु संरक्षण अधिनियम, उधमसिंहनगर।
21 मई 2013 थाना बनबसा, उधमसिंह नगर।
टीम में शामिल अधिकारी/कर्मचारिगणः-
निरीक्षक सन्दीप नेगी
उपनिरीक्षक यादवेन्द्र बाजवा
उपनिरीक्षक बृज भूषण गुरूरानी
हे.का. वेद प्रकाश भट्ट
का. बृजेन्द्र चैहान
का. महेन्द्र नेगी
का. लोकेन्द्र कुमार
महेन्द्र गिरी
वन विभाग टीम
वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र मनराल
वन दरोगा सन्तोष सिंह भंडारी
वन दरोगा भैरव सिंह, मिथिलेश कुमार, नबी अहमद,

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